#डिजिटल इण्डिया
अंकों का है खेल निराला, अंक नचायें नाच,
अकों पर आधारित होगा,ये सम्पूर्ण समाज।
अंकाधारित अंकमय होंगे सारे काज,
छुपे हुए अंकों में होंगे हर व्यक्ति के राज।
विज्ञान ने हमें अनेक आश्चर्यजनक वस्तुएँ उपहारस्वरूप प्रदान की हैं...इंटरनेट विज्ञान की बहुत ही उपयोगी और बड़ी देन है इसकी सहायता से सूचना एवं संचार के क्षेत्र में क्रांति आ गई। इसी की सहायता से आज हम जा रहे हैं डिजिटल इंडिया की और अंकीय पहचान की और। डिजिटल अर्थात अंकमय 'अंकाधारित'। सूचना प्रौधिगिकी यंत्रों से सूचनाओं का आदान-प्रदान, सूचनाओं का संग्रहण तथा संग्रहित सूचनाओं की पुन: उपलब्धि आदि। ये इसी तकनीक है जिसने ये सारे कार्य 'अंक' आधारित' प्रक्रिया से ही संपन्न होते हैं।इनमें क्मोयूटर,मोबाइल,टी.वी,आप्टिकल फाइबर आदि उपकरणों का प्रयोग होता है। इन यंत्रों का अधिकाधिक प्रयोग ही दिजितलाइजेशन (अंकीकरण) कहलाता है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य डिजिटल तकनीक के माध्यम से जनजीवन को सरल और सुविधा संपन्न बनाना है जैसे-- इंटरनेट सुविधाएँ सभी की पहुँच में लाना, ई-गवर्नेस--शासन प्रसाशन में तकनीक से सुधार। ई-क्रान्ति-इलेक्ट्रोनिक माध्यमों से विभिन्न सेवाएँ प्रदान करना, हर गाँव-शहर अर्थात हर व्यक्ति को टेलीफोन सेवा उपलब्ध करवाना। हर व्यक्ति तक अनिवार्य जानकारी पहुंचाना। ब्राडबैंड हाइवे--हर को ब्राडबैंड सुविधा से जोड़ना। इलेक्ट्रोनिक्स के कलपुर्जों का आयत समाप्त करना। सूचना प्रौद्योगिकी से नौकरियाँ उपलब्ध करवाना। अर्की हार्वेस्ट प्रोग्राम से छात्रों और शिक्षकों की विद्यालयों में उपस्थिति पर ध्यान देना। डिजिटल तकनीक को अपनाने से ई-गवर्नेंस को लाभ मिलेगा। कागजी कर्य्वाशु और समय की बर्बादी समाप्त होगी। धन और श्रम की बचत होगी। कम्प्यूटरीकरण तथा नेट के उपयोग से देश-विदेश की ढेरों सूचनाएँ उपलब्ध रहेगी। ई-बस्ते के प्रयोग से छात्रों का किताबों का बोझ कम होगा। सारे लेन-देन,कामकाज,ऑनलाइन होने से पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार की सम्भावना न्यूनतम हो जाएगी। जीवन यापन के तरीकों के बारे में लोगों की सोच तेजी से बदली है।अब लोग नव्यतम तकनीक का लाभ उठाना चाहते हैं। अत: हमें परिवर्तन के लिए तैयार होना पड़ेगा। जीवन को आधुनिक टेक्नोलाजी से जोड़कर अधिक सरल और सुविधा सम्पन्न बनन होगा। आज सरकार के इस भागीरथ प्रयास में सहयोग देकर हमें विश्व में अपने ई-कौशल की धाक ज़माने में योगदान देशवासियों के जीवन स्तर को ऊँचा और उन्नत बनाने हेतु प्रयास करना होगा जो डिजटलाइजेशन से संभव है।
#सुनीता बिश्नोलिया
#जयपुर
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें