#Worldearthday के उपलक्ष में Defence Public Jaipur के छात्रों - Kritarth Sharma, Arjun Sharma, Riddhiman Gajraj, Ritika Choudhary, Laveena Mathur, Krishnaditya Gaur द्वारा पर्यावरण संरक्षण की सीख देता नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। नुक्कड़ नाटक अरे हो जमूरे ! *बोल क्या बात है, क्यों लटका है मुंह। क्यों माथे पर हाथ है? पर्यावरण संरक्षण *सरकार गर्मी पड़ने लगी है भारी तवे सी तपती धरती सारी। *हां जमूरे गर्मी से सब हैं बेहाल तड़पते जन और पक्षियों का है भी बुरा हाल। *. सही कहा सरकार.. भीषण गर्मी में भी लोग कर रहे हैं नादानी इसी की आज सुनाते हैं हम कहानी.. 2 स्त्री * अच्छा... तो सुनाओ.. नहीं. नहीं पहले दिखाओ तुम्हारे पिटारे में क्या भरा है तुम्हारा सौदा झूठा है कि खरा है। * बात तो कहता हूँ खरी सरकार, लोग कहते हैं देता हूं भाषण और करता हूँ बातें बेकार-2 * ऐसी क्या बात है, जरा हम भी तो जाने.. तुम्हारी बातें होती हैं सच्ची, फिर क्यों बेकार कहते हैं सयाने-2 * क्या कहूं सरकार... आज सुबह ही तो पड़ोसियों
साहित्य और साहित्यकार किस्से -कहानी, कविताओं का संसार Sunita Bishnolia