नवरात्रि के तीसरे दिन नरात्रि के तीसरे दिन: माँ चंद्रघंटा की पूजा- आराधना की जाती है। अर्थात् नवरात्रि के तीसरे दिन की पूजा अर्चना माँ चंद्रघंटा को समर्पित है। कहते हैं कि माँ दुर्गा ने यह अवतार असुरों का संहार करने हेतु लिया। AM (IST) शारदीय नवरात्रि प्रथम नवरात्रि दूसरा द्वितीय नवरात्र द्वितीय नवरात्रि नवरात्रि का तीसरा दिन: मां चंद्रघंटा की पूजन विधि :- नवरात्रि के तृतीय दिवस यानि तीसरे नवरात्र के दिन माँ चंद्रघंटा की पूजा की जाती है माँ चंद्रघंटा को परम शांतिदायक और कल्याणकारी माना गया है. इनके मस्तक पर घंटे के आकार का आधा चंद्र है. इसीलिए इन्हें माँ चंद्रघंटा कहा जाता है। माँ के शरीर का रंग स्वर्ण के समान है. मां चंद्रघंटा देवी के दस हाथ हैं. इनके हाथों में शस्त्र-अस्त्र विभूषित हैं तथा माँ सिंह की सवारी करती है। नवरात्र में माँ चंद्रघंटा के पूजन का विशेष महत्व माना गया है कहते हैं नवरात्रि में जो भी माँ चंद्रघंटा का पूजन विधि पूर्वक करता है उसे अलौकिक ज्ञान की प्राप्ति होती है। माँ चंद्रघंटा का पूजन और आराधना करने वाले हर व्यक्ति क
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