नश्वर जीवन जीवन के इस सत्य को, कर मानव स्वीकार। माना मृत्यु अटल है, यों ना जीवन हार। सुनीता बिश्नोलिया जीवन के इस सत्य को, कर मानव स्वीकार। माना मृत्यु अटल है, यों ना जीवन हार। सुनीता बिश्नोलिया
साहित्य और साहित्यकार किस्से -कहानी, कविताओं का संसार Sunita Bishnolia