बुआ कहती थी - 3 बुआ की यादों के गुलदस्ते से एक और फूल...... हमारे बड़े पापा यानि बाबा की पुण्य तिथि पर सादर नमन 🙏🙏 यह भी पढ़ें बुआ कहती थी - 1 बुआ कहती थी - 2 मैं, मेरी छोटी बहन अमृता और हमारी बुआ एक ही कमरे में सोते थे। सोने से पहले नियम से बुआ हमें किस्से-कहानियाँ सुनाया करती। हालांकि इसके लिए हमें बहुत पापड़ बेलने पड़ते। बुआ जैसे ही कमरे में सोने आतीं हम अपनी किताबें एक कोने में रख देते और कहानी सुनाने के लिए बुआ के पीछे पड़ जाते। बुआ का पहला जवाब यही होता - 'छोरियो पढाई कर ल्यो, क्यूं ई कोनी मेल्यो कहाणी-किस्सां मै म्हानै देख पढ़ी-लिखी होती तो... . ।' कहते-कहते उनके चेहरे पर दुख की रेखाएँ साफ झलकने लगती थीं। उन्हें खुद के स्कूल ना जा पाने का बहुत दुख होता था । वो बताया करती थीं कि छोटे - भाई बहनों की जिम्मेदारी और....... खैर बुआ की पढ़ाई की नहीं वरन आज बात करते हैं ताऊजी की।ताऊजी के बचपन के किस्सों की पोटली भी बुआ हमारे समाने खोलती तो पोटली से बिखरते कपड़ों की भाँति एक-एक किस्से भी बिखरने लगते और बुआ धीरे-धीरे हर किस्से की तह खोलने लगती । बुआ के किस्सों में ख
साहित्य और साहित्यकार किस्से -कहानी, कविताओं का संसार Sunita Bishnolia