सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

शकुंतला शर्मा # नारी लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

शकुंतला शर्मा की कविताएँ-नारी,ध्रुव स्वामिनी,वीरवधू ।।।।।।।हो गया।।।।।।।. प्रेम, मेरा शहर मन-अश्व

                   Shakuntla Sharma  आपका परिचय करवाती हूँ  वरिष्ठ साहित्यकार  शकुन्तला शर्मा  जो कि शिक्षा संकुल के सहायक निदेशक पद से सेवा निवृत हुई हैं। आप बचपन  से ही  नानाजी की प्रेरणा से स्कूल कार्यक्रमों में भाग लेती फिर महाविद्यालय में पढ़ाई के दौरान कविता और कहानियाँ पढ़ने के साथ ही लिखना  भी प्रारंभ किया और तभी से आपका लेखन निरंतर चलता रहा है । हिंदी भाषा में लेखन के साथ ही आपका अपनी मायड़ भाषा राजस्थानी के प्रति मोह भी किसी से छिपा नहीं है। राजस्थानी भाषा में भी निरंतर लेखन तथा आकाशवाणी  एवं दूरदर्शन पर आप काव्य- में भाग लेती रहतीं हैं। शीघ्र ही आपका राजस्थानी भाषा में काव्य संग्रह आने की उम्मीद है। अखिल राजस्थान कहानी  प्रतियोगिता में  प्रथम स्थान, एवं अपनी  कालेज मे  अध्यक्षा  रही ।विद्यालय  प्रसारण,वार्ता,  परिचर्चा,  आलेख आदि लिखती रहती हैं। विभिन्न पत्र - पत्रिकाओं में आपके लेख, कहानियाँ, कविताएँ आदि छपते रहते हैं। आपके तीन काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं।  सम्प्रति  काव्य संग्रह                            1.प्रस्फुटन     साहित्य  अकादमी  ,उदयपुर से प्रकाश