सुप्रभात घर में मिलती सीख है,करो खरा व्यवहार। मीठी-वाणी से सकल , झुकता है संसार ।। स्नेह-सिक्त हो भावना,सब हैं अपने मान- झुकता वृक्ष विशाल वो,पुष्प खिले संस्कार।। सुनीता बिश्नोलिया
साहित्य और साहित्यकार किस्से -कहानी, कविताओं का संसार Sunita Bishnolia