सुप्रभात #सुप्रभात #नव भोर #goodmorning सुप्रभात उजाला सुबह ले के फिर आ गई लगती धरती पे किरणों की आभा नई, सोये जो थे निशा के निमंत्रण पे वो दिल में उनके दिवस-नव की ऊर्जा नई।। सुनीता बिश्नोलिया ©® सुप्रभात हुआ सवेरा चिड़िया चहकी, कली चटक गई बागों में, मंदिर में मोहन तान बजी मन डूब गया उन रागों में।। सुनीता बिश्नोलिया ©®
साहित्य और साहित्यकार किस्से -कहानी, कविताओं का संसार Sunita Bishnolia