योग का महत्त्व कर्म योगियों की कर्म स्थली,ज्ञान -दान दाताओं के ज्ञान से परिपूर्ण,ऋषि-मुनियों की योग स्थली भारत-भूमि। संसार को योग द्वारा रोगों से मुक्त करने का संदेश देते हुए आज हमने योग का परचम विश्व में फहरा दिया। योग के प्रभाव से व्याधियों के दूर होने के कारण ही आज योग को भारत में ही नहीं वरन दुनिया के अधिकतर देशों में अपनाया जा रहा है। आज की तेज रफ़्तार जिंदगी में खुद को स्वस्थ और उर्जावान बनाये रखना बेहद आवश्यक है। इस बात को समझलेने के ही कारण ही लोगों का रुझान व्यायाम और योग के प्रति बढ़ा है। आप कम-काजी हो या विद्यार्थी, उद्यमी हो या फिर खिलाड़ी, हर किसी की जरुरत है योग।कुछ देर योग करके अत्यधिक काम या पढ़ाई के दबाव के बावजूद भी खुद को तारो ताजा महसूस कर सकते हैं। योग हमारी स्मरण शक्ति ,रचनात्मकता बढ़ाते हुए हमें तनाव मुक्त भी करता है।योग से न केवल व्यक्ति शारीरिक एवम मानसिक दृष्टि सी मजबूत होता है वरन ये हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।अतः यदि हमें दिन भर उर्जावान रहना है,रोगों से दूर , ताजगी भरा जीवन जीना है तो नियमित रूप
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