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कला रत्न भवन में साहित्य समारोह

  
   अजमेर के 'कला रत्न भवन में' साहित्य रत्नों के समागम की साक्षी बनने का सौभाग्य प्राप्त कर ह्रदय प्रफुल्लित हो उठा।डॉक्टर अखिलेश पालरिया जी की साहित्यिक अभिरुचियों, विनम्रता, सरलता एवं आतिथ्य के बारे में सिर्फ सुना था किंतु इस कार्यक्रम में पहली बार मिलना हुआ। पहली बार में ही आदरणीय अखिलेश जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व ने मन-मस्तिष्क पर अमिट छाप छोड़ी। 
    कला रत्न भवन के प्रांगण में 'पुस्तक विमोचन' एवं सम्मान समारोह के इस कार्यक्रम में देश के प्रतिष्ठित साहित्यकारों को सुनना एव बड़ी उपलब्धि रही। 
डाॅ. आशा शर्मा के संचालन में डॉ. अखिलेश पालरिया द्वारा लिखित मेरी समीक्षा माला' एवं ' मेरे सपनों का भारत', 
गोविन्द सिंह चौहान जी की' गिरते-सँभलते जज्बात'
अनूप कटारिया. जी की यादों की धानी चूनर  
डाॅ. अनिता श्रीवास्तव व स्वप्ना शर्मा द्वारा लिखित 'अनकही' पुस्तकों का विमोचन हुआ। 
  कार्यक्रम में उपस्थित विजेताओं एवं वरिष्ठ साहित्यकारों (श्रीमती आशा शर्मा 'अंशु', को उनकी पुस्तक अमितांशु' श्रीमती भावना शर्मा, श्रीमती सुनीता विश्नोलिया (कहानी) श्री प्रकाश तातेड़, श्री राम जैसवाल, सतीश व्यास जी, श्री मुरली मनोहर माथुर, पुष्पलता भारद्वाज, श्रीमती नीलम सपना शर्मा) को सम्मानित किया गया। 
  कार्यक्रम में आदरणीय वेद माथुर जी,  श्री एस.पी.मित्तल जी, डाॅ.बजरंग सोनी, डाॅ.शमा खान जी ने अपने वक्तव्य में न  केवल साहित्य वरन् वर्तमान समाज के कटु सत्यों को भी उद्घाटित किया। 
   अध्यक्षीय उद्बोधन में डाॅ.संदीप अवस्थी  जी ने फिल्मी हस्तियों के उदाहरण के द्वारा साहित्यकार को लेखन एवं अपनी पुस्तक प्रेम का अद्भुत एवं अनोखा मंत्र दिया। 
      आशा शर्मा अंशु जी अपनी पुरस्कृत कृति 'अमितांशु' के सन्दर्भ में  गागर में सागर भरते ह्रदय स्पर्शी वक्तव्य प्रस्तुत कर हर किसी की आँखें नम कर गईं। 
  डॉ. बजरंग सोनी, अनूप कटारिया जी,सतीश व्यास जी,अनिता श्रीवास्तव जी के प्रभावी उद्बोधन ने श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। मितभाषी डॉ. अखिलेश पालरिया के गरिमामय एवं सार्थक उद्बोधन 
   के साथ ही नारी कभी ना हारी लेखिका साहित्य संस्थान, एवं सपनाज ड्रीम ट्रस्ट, जयपुर की ओर से आदरणीय अखिलेश पालरिया एवं आदरणीया पुष्पा पालरिया जी को सम्मानित कर कार्यक्रम में साहित्यिक मंचों के मध्य सकारात्मक संबधों को प्रगाढ़ किया गया। 
      इस गौरवपूर्ण साहित्यिक कार्यक्रम में सम्मिलित होने का मौका प्रदान करने के लिए डॉ पालरिया को हार्दिक धन्यवाद  तथा पुस्तक विमोचन समारोह के सफल आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई ।
सुनीता बिश्नोलिया 
  






टिप्पणियाँ

  1. भव्य कार्यक्रम के लिए हार्दिक बधाई l आदरणीय साहित्य सेवी डॉक्टर अखिलेश पालरिया जी की साहित्य साधना को हार्दिक साधुवाद

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