#जिंदगी फलसफा जिंदगी का है जिन्दगी नाम मुश्किलों का। बढ़के पीछे नहीं मुड़ना है जिंदगी नाम हौंसलों का।। न बन खुदगर्ज तू इतना सभी को साथ लेकर चल। मिटा दे तू नफरतों को जिंदगी नाम मोहब्बतों का।। तेरा ये धन तेरी दौलत नहीं कुछ साथ जाएगा, कभी न अंत होता है जिन्दगी नाम हसरतों का।। छोटी इस जिन्दगी में दे सहारा किस्मत के मारों को। रूप लेकर बेसहारों का जिन्दगी नाम बरकतों का। परखता रोज इंसा को खुदा-खुद ही कसौटी पर। न घबराना परीक्षा से है जिंदगी नाम इम्तिहानों का।। भला करना सभी का तू किसी का मत बुरा करना। संभल करके कदम रखना जिन्दगी नाम साजिशों का।। #सुनीता बिश्नोलिया #जयपुर
साहित्य और साहित्यकार किस्से -कहानी, कविताओं का संसार Sunita Bishnolia