#तेरे बिन अधूरी है अधूरी तेरे बिन,मेरी ये काया। सोच सपने सुहाने ये मन मुस्कुराया जीवन में हर स्वप्न ,संग तेरे सजाया घनी धूप में तुम ही,हो मेरी छाया हर बुरे दौर में ,एक दूजे का साया तेरे साथ मिल,फर्ज हर है निभाया। तुम्ही ने मुझे 'रस्ता' सीधा सुझाया भी कहने दो ,मौका है आया मैं सबसे सुखी 'राज' ,तुमको जो पाया मैं जो रूठी तुम्हीं ने है मुझको मनाया। शरमा के मन ,पुष्प सा है मेरा मुस्कुराया न मन में कोई गम ,न डर भी समाया मैं बैठी हूँ 'निर्भय',जो तुम मेरा साया एक हँसी पे ,हर सुख था लुटाया मुझको कहने दो.. तुम बिन है आधी सी काय मैं तो भोली थी, जीना तुमने सिखाया असली संसार से,तुमने मुझको मिलाया आज बैठी तेरे साथ, गर्व मुझमे समाया तुम्ही 'प्राण' मेरे...'प्रिया ' तुमने बनाया कैसे भूलूंगी तूने ,हर वादा निभाया, राह काँटों की पे फूल, तूने बिछाया। मेरी खुशियों का हर 'राज'तुम मे
साहित्य और साहित्यकार किस्से -कहानी, कविताओं का संसार Sunita Bishnolia