साहित्य समर्था त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका द्वारा आयोजित अखिल भारतीय डॉ. कुमुद टिक्कू कहानी प्रतियोगिता में प्रथम, विशिष्ट, द्वितीय, तृतीय कहानी के 6 पुरस्कार, 43 श्रेष्ठ कहानियाँ और 7 स्तरीय कहानियों सहित कुल 56 चयनित कहानीकारों का अलंकरण सम्मान 16 अप्रेल,प्रात: 10 बजे से होटल रेडिएन्ट स्टार जयपुर में आयोजित किया गया।
कलम-काग़ज थमा कर वो,बोली शब्दों से खेलो तुम
तुम्हारी छोड़कर ऊंगली, शब्द भागें रोकना तुम
चलाना सारथी बनकर, गढ़ना सांचे में शब्दों को
खोलना गांठ होल से,इनसे फिर जीत जाना तुम।।'
लिखने के लिए सदैव प्रेरित करती हैं Neelima Tikku दी।
इन्हीं की प्रेरणा से मेरी पहली कहानी #चीकू_का_बीज को "अखिल भारतीय डॉ कुमुद टिक्कू कहानी प्रतियोगिता' में श्रेष्ठ कहानी का पुरस्कार मिला थाऔर कहानी लेखन के लिए प्रेरणा भी।
कार्यक्रम में 'स्पंदन महिला साहित्यिक एवं शैक्षणिक संस्थान' जयपुर एवं' साहित्य समर्था त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका' द्वारा देश के विभिन्न स्थानों से आए 60 से अधिक विजेता साहित्यकारों का सम्मान किया गया ।
बुकर पुरस्कार से सम्मानित गीतांजली श्री, आदरणीय Nand Bhardwaj सर , आदरणीय Farooq Afridy सर , नीलिमा टिक्कू दी के हाथों पुरस्कार तथा आदरणीय दुर्गाप्रसाद अग्रवाल सर का आशीर्वाद प्राप्त कर बहुत ही खुशी हुई।
'स्पंदन विशिष्ट साहित्यकार सम्मान से जाने माने साहित्यकार श्री नन्द भारद्वाज जी की तथा 'स्पंदन शिखर सम्मान-2023’ गीतांजलि श्री को प्रदान किया गया।
' पृथ्वीनाथ भान साहित्य सम्मान' से देश के 7 उपन्यासकारों श्री पंकज सुबीर, डॉ. फ़तेह सिंह भाटी, गीताश्री, विभा रानी,श्री सुनील प्रसाद शर्मा,श्री राजेन्द्र मोहन शर्मा, श्री रमेश खत्री जी को सम्मानित किया गया ।
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